Ads (728x90)


             समुद्री जल धारायें [sea water streams]  

                       समुद्री जल धाराये दो प्रकार की होती हैं।
  • गर्म धाराये [hot stream] – जो जल धाराये भूमध्य रेखा ( गर्म जल क्षेत्र ) से धुव्रों ( ठन्डे जल क्षेत्र ) की ओर जाती हैं, गर्म जल धाराये कहलाती है।  गल्फस्ट्रीम , क्यूरोशियो धारा गर्म धारा के उदाहरण हैं ।
  • ठन्डी धाराये [cooled stream] – जो जल धाराये धुव्रो की ओर से चलकर भूमध्य रेखा की ओर चलती हैं। ठन्ङी जल धाराये कहलाती हैं।  लेब्रोडोर की धारा , क्यूराइल की धारा  ठन्डी धारा के उदाहरण हैं।
  • पवनो की तरह धाराये भी उत्तरी गोलाध्दर् में अपनी दाहिनी ओर तथा दक्षिणी गोलाध्दर् में अपनी बाई ओर मुड जाती हैँ।

     गर्म और ठन्डी धाराओ के लाभप्रद व हानिप्रद प्रभाव [ Advantes and disadvantes of stream  ] –
  • गर्म धाराओं के ऊपर चलने वाली हवाये नमी प्राप्त करके तटीय भागों में वर्षा प्रदान करती है जबकि ठन्डी हवाँए वर्षा रोकती है ।  
  • गर्म धाराओ के कारण ठन्डी जगहो के बन्दरगाह वर्ष भर  खुले रहते हैं। जैसे यूरोप महादीप के उत्तरी – पशचिमी तट के बन्दरगाह वर्ष भर खुले रहते हैं।
  • जहाँ गर्म तथा ठन्डी धाराओ के मिलने के स्थान पर कोहरा ( धुन्ध ) पड़ता है। जिससे जलपोतो को मुशकिल व क्षति पहुँचती है। लेकिन मछलियों के लिए यह मिलन आदर्श स्थिति पैदा करती है। क्योकि यहाँ फ्लैक्टन नामक घास भी उगती है। जो मछलियो का भोजन है। ऐसे भागों में दुनिया के प्रसिध्द मत्स्य केन्द्र पाये जाते हैं।
  • ठन्डी धाराओं में बड़ी- बड़ी हिमशिलाएँ (आइस वर्ग ) बहती रहती है जिसके टकराने के कारण जलयान क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। 


Next
नई पोस्ट
Previous
This is the last post.

एक टिप्पणी भेजें